क्या है डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार भारत के 11वें राष्ट्रपति और एयरोस्पेस वैज्ञानिक एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर तमिलनाडु सरकार द्वारा वैज्ञानिक विकास मानविकी और छात्रों के कल्याण पर योगदान के लिए दिया जाता है।
27 जुलाई 2015 में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम की मृत्यु के बाद 31 जुलाई 2015 को तत्कालीन तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार की घोषणा की।
इस पुरस्कार में 5 लाख नगद, प्रमाण पत्र, और 8 ग्राम वजन का स्वर्ण पदक दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा वाइब्रेंट इंडिया, समृद्ध तमिलनाडु इसे मजबूत करने के लिए मैंने डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम की याद में पुरस्कार देने का आदेश दिया है।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार कब दिया जाता है
यह पुरस्कार हर साल भारत के स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को दिया जाता है। डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार पहली बार 15 अगस्त 2015 को भारत के 69 स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिक एन वेलारमथी (N Valarmathi) को दिया गया था। जो रिमोट सेंसिंग प्रोग्राम के कार्यक्रम के निदेशक भी थे
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार पुरस्कार विजेताओं की सूची
◆ 2015 – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिक एन वेलारमथी (N Valarmathi) को दिया गया। जिन्होंने भारत के पहले स्वदेशी इमेजिंग सैटेलाइट RISAT-1 में योगदान दिया।
◆ 2016 – पी शनमुगम (P. Shanmugan) जो केंद्रीय चमड़ा अनुसंधान संस्थान के प्रमुख वैज्ञानिक और उन्होंने तमिलनाडु के उच्च शिक्षा विभाग की सेवा में योगदान दिया
◆ 2017 – मद्रास विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति एसपी त्यागराजन (S.P. Thyag arakan) जो कि एक साइंटिस्ट भी थे
◆ 2018 – के सेंथिल कुमार (K Senthil Kumar) एयरोस्पेस रिसर्च रिसर्च सेंटर और अन्ना विश्वविद्यालय के निदेशक।
◆ 2019 – भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) के चेयरमेन और हाल ही में चन्द्रयान-2 मिशन के सफल प्रक्षेपण का नेतृत्व करने वाले कैलासवादिवु सिवन को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पुरस्कार से नवाजा गया।